जब भी जंगल में किसी को मदद की जरूरत होती, तो वह शेरू के पास आते। शेरू हमेशा सोचता कि मैं कितना महान हूं, मैं दूसरों की मदद करता हूं। मैं तो इतना ताकतवर हूं कि मुझे दूसरों के मदद की जरूरत ही नहीं है। वैसे भी यह छोटे-मोटे जानवर मेरी क्या मदद करेंगे।
शेर का घमंड दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा था, वह जंगल के जानवरों पर थोड़ा अत्याचार भी करने लगा, शेरू काफी मनमानी हो गया था। बाकी सभी जानवर शेरू से परेशान थे, पर वह कर भी क्या सकते थे। सब शेरू से डरते थे।
एक दिन दोपहर में शेरू शेर सो रहा था। तभी वहां कहीं से चीकू चूहा पहुंचा। चीकू को पता नहीं था कि शेरू शेर वहां सो रहा है, वह गलती से शेरू शेर के ऊपर जाकर गिर गया। इस कारण से शेरू की नींद खुल गई। उसने चीकू चूहे को पकड़ लिया। शेरू ने चीकू से कहा, तुमने मुझे परेशान किया, मेरी नींद खराब की, अब मैं तुम्हें खा लूंगा।
चीकू चूहे ने माफी मांगी और शेर से विनती की कि आप मुझे छोड़ दो। मुझे खाकर आपका पेट नहीं भरेगा। अगर आप मुझे छोड़ दोगे तो मैं एक दिन आपके काम आऊंगा।
चीकू की बात सुनकर शेरू जोर-जोर से हंसने लग। उसने चीकू से कहा, तुम जैसा छोटा चूहा मेरे क्या काम आएगा? चीकू ने शेर से बोला, "मैं आपको वचन देता हूं कि जब भी आपको जरूरत पड़ेगी मैं आपकी मदद करूंगा प्लीज आज मुझे छोड़ दीजिए।"
शेरू ने चीकू से कहा, "तुम जैसा छोटा सा चूहा मेरे तो काम नहीं आएगा और ना ही तुम्हें खा कर मेरा पेट भरेगा, इसलिए तुम्हें आज जाने देता हूं, पर आज के बाद मुझे परेशान किया तो मार दूंगा।" इतना बोल कर शेरू है चीकू को जाने दिया।
कुछ दिनों बाद, शिकारियों का एक दल उस जंगल में आ गया और उन शिकारियों ने जंगल के जानवरो का शिकार करना शुरू कर दिया। एक दिन शेरू शेर शिकारी के बिछाए हुए जाल पर आकर फस गया। वह बुरी तरीके से जाल में फस चुका था। उसने बहुत कोशिश की पर वह बाहर नहीं निकल पा रहा था।
शेरू जोर जोर से चिल्ला रहा था, पर जंगल का कोई भी जानवर उसकी मदद करने नहीं आ रहा था। तभी वहां पर चीकू चूहा पहुंचा। चीकू ने शेरू के पास जाकर कहा, "राजा शेरू आप चिंता मत कीजिए, मैं तुरंत आपको निकाल लूंगा।" इतना बोलते ही चीकू चूहे ने अपने नुकीले दांतों से सारा जाल काट दीया और शेर को जाल से आजाद कर दिया।
अब शेर को अपनी करनी पर पछतावा हो रहा था। उसे लगा कि वह अपने आप को कितना ताकतवर मानता था और घमंड के मारे वह किसी भी जानवर को कुछ नहीं समझता था। आज एक छोटे से चूहे ने उसकी जान बचा ली। उसे समझ आ गया था कि कोई छोटा-बड़ा नहीं होता, सबकी अपनी अहमियत होती है, इसलिए हमें सब का सम्मान करना चाहिए।
शिक्षा -
प्यारे दोस्तों! "अपने आप को पसंद करना अच्छी बात है, पर बस हम ही महान है बाकी सब तुच्छ हैं, ऐसा नहीं सोचना चाहिए। दुनिया में हर किसी की अपनी जरूरत और अहमियत होती है, इसलिए सब का सम्मान करें और किसी का अपमान ना करें।"
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Story By - Khushi
Inspired By - Old Tales
Post By - Khushi
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