थक हार-कर वो एक जंगल में विश्राम करने के लिए चला गया। तभी उसकी नजर वहां पर रखे हुए एक घड़े पर गई। कीकू कौवा जब घड़े के पास गया, तो उसने देखा कि घड़े में जरा सा पानी बचा हुआ था। पानी देखकर वह बहुत प्रसन्न हुआ।
जब उसने पानी पीने के लिए अपनी चोंच घड़े में डाली, तब उसे एहसास हुआ की घड़े में पानी बहुत ही कम है और उसकी चोंच पानी तक नहीं पहुंच पाएगी। उसने बार-बार पीने की कोशिश की परंतु हर बार उसकी चोंच पानी तक नहीं पहुंच पायी । कीकू कौवे की प्यास बढ़ती गयी और वह प्यास से बेहाल हो गया।
कई बार प्रयास करने के बाद भी जब वह सफल नहीं हुआ, तब वह इधर-उधर देखने लगा। पास ही मैं उसे कई कंकड़ नजर आए। उसे तुरंत एक उपाय सूझा कि क्यों ना मैं इन कंकड़ को घड़े में डाल दूं, शायद फिर पानी ऊपर आ जाएगा।
उसने एक-एक करके कंकड़ को घड़े में डालना शुरू कर दिया। हर बार वह एक कंकड़ अपनी चोंच में दबाता और उसे घड़े में डाल देता। ऐसा बार-बार करने से धीरे-धीरे घड़े का पानी ऊपर आने लगा। कुछ ही मिनटों में पानी पूरी तरीके से ऊपर आ गया।
अब कीकू कौवे की चोंच आसानी से पानी तक पहुंच गई और उसने अपनी प्यास बुझा ले। मन-भर कर पानी पीने के बाद कीकू को बहुत खुशी हुई। उसने फिर से आसमान में उड़ान भर दी और वह दूर देश उड़ गया।
शिक्षा :-
प्यारे बच्चों!! "भले ही काम शुरुआत में मुश्किल लगे। कड़ी मेहनत करके और बार-बार उस काम के लिए प्रयास करके, हम उस काम को आसान बना सकते हैं।"दोस्तों यदि आपको हमारी कहानी पसंद आई है, तो हमें कमेंट सेक्शन में लिखकर जरूर बताइएगा साथ ही हमारी इस पोस्ट को शेयर भी कीजिएगा। अगर आपके पास भी कोई कहानी है तो हमें जरूर लिखें। आपके प्यार और सहयोग के लिए धन्यवाद। अपना ध्यान रखिए और खुश रहिए हम आपसे जल्द ही अगली कहानी में मिलते हैं।
Story By :- Khushi
Post By :- Khushi
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