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गिल्लू का गाना | Kids Story

एक समय की बात है। एक गांव में एक किसान रहता था। उसका एक बहुत बड़ा खेत था। उस खेत की रखवाली के लिए उसने एक गधा रखा हुआ था। उस गधे का नाम था गिल्लू

किसान और गिल्लू उस खेत के अंदर एक छोटे से घर में रहते थे। किसान की आदत थी कि वह रोज रात में घर के बाहर ही सोता था, ताकि वह भी गिल्लू के साथ खेत की रखवाली कर सके। इसी तरह हर रात दोनों खेत की रखवाली करते थे।
गिल्लू को गाने का बहुत शौक था। जब भी उससे मौका मिलता वह गाने गाने लगता। हालांकि उसके गाने से सभी परेशान हो जाते और जो भी गाना सुनता, वह गिल्लू को भगा देता। इसलिए गिल्लू ने तय कर लिया कि वह आपसे सिर्फ रात में गाना गाया करेगा जब सब लोग सो जाएंगे।
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एक रात गिल्लू को गाना गाने की सूजी और वह जोर-जोर से गाने लगा। गिल्लू को जरा भी गाना गाना नहीं आता था, इसलिए उसका गाना बहुत ही भयानक होता था। जब रात में गिल्लू ने गाना गाया तो उसकी आवाज सुनकर किसान की नींद खुल गई। गुस्से में आकर उसने गिल्लू को बहुत डांटा और कहां की "आज के बाद कभी भी गाना मत करना।" गिल्लू को समझ में आ गया था कि अब से वो किसान के सामने भी गाना नहीं गा सकता। उस दिन के बाद से गिल्लू ने गाना गाना छोड़ दिया।

एक रात, किसान सो रहा था और गिल्लू खेत की रखवाली कर रहा था। तभी उसने देखा कि वहां एक चोर आ रहा है। चोर को आता देख, गिल्लू तुरंत किसान के पास गया। गिल्लू ने कोशिश की कि किसान को वह जगह दे, परंतु किसान बहुत गहरी नींद में सो रहा था। गिल्लू को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या करें।

इतने में गिल्लू ने सोचा कि यदि वह गाना गाएगा तो किसान जरूर उठ जाएगा और गिल्लू ने जोर जोर से गाना गाना चालू कर दिया। उसके गाने की आवाज सुनकर किसान गुस्से में उठ गया। और साथ ही आसपास के लोग भी उसके गाने की आवाज से गुस्सा होकर घर के बाहर आ गए। किसान गिल्लू को डांटने ही वाला था इतने में उसने देखा की वहां पर तो एक चोर आया हुआ है। सारे लोगों को समझ आ गया कि गिल्लू गाना क्यों गा रहा था। दरअसल वह लोगों को सावधान कर रहा था।
सभी लोगों ने एक साथ मिलकर चोर को वहां से भगा दिया और गिल्लू को धन्यवाद दिया। किसान भी बहुत खुश था, उसने गिल्लू को प्यार किया।

उस दिन के बाद से, हर दिन किसान गिल्लू को 1 घंटे के लिए घर से दूर ले जाता। जहां गिल्लू जोर-जोर से गाना गाता। इस तरह से गिल्लू खुश भी हो जाता और कोई परेशान भी नहीं होता।

शिक्षा :-

प्यारे बच्चों! "गिल्लू की आवाज सुरीली नहीं थी, परंतु सही समय पर उसने अपनी आवाज से सभी को सावधान कर दिया। हमें भी अपनी कमियों पर दुखी नहीं होना चाहिए, उनका सही इस्तेमाल करना सीखना चाहिए।"

आशा करती हूं कि आपको गिल्लू की यह कहानी पसंद आई होगी। यदि हां! तो हमें नीचे लिख कर जरूर बताएं और प्लीज इस कहानी को शेयर कीजिएगा। अगर आपके पास भी अच्छी कहानियां हैं तो हमें जरूर भेजिएगा। हम जल्द ही आपसे एक नई कहानी के साथ मिलेंगे। तब तक अपना ध्यान रखिए और खुश रहिए। 
"धन्यवाद।"

Story By :- Khushi
Post By :- Khushi

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