सुबह सुबह जप माँ का नाम,
दूर होंगे सारे संताप।
सुबह सुबह जप माँ का नाम,
मिलेगा जीवन को अभिलाषित ताप॥
सुबह सुबह जप माँ का नाम...॥
जय अम्बे गौरी, जय दुर्गे माता,
तेरे बिना नहीं कोई सहारा!
कृपा की नज़र बस एक कर दे,
अंधेरा छंटे, हो उजियारा॥
सुबह सुबह जप माँ का नाम...॥
तेरे चरणों में मिलती शांति,
तेरे दर्शन से पाप मिटे।
सिंह सवारी, महिषासुर मर्दिनी,
हर संकट तू एक क्षण में हरे॥
सुबह सुबह जप माँ का नाम...॥
नौ रूपों में तू है विराजी,
हर रूप में शक्ति अपार।
नवदुर्गा की पूजा से मिलती,
हर मन की तृष्णा का उपहार॥
सुबह सुबह जप माँ का नाम...॥
तेरी भक्ति में जो भी रमे,
कभी दुखों से न घबराये।
माँ तेरी छाया में रहकर,
हर इंसान कुछ बन जाये॥
सुबह सुबह जप माँ का नाम...॥
सुबह सुबह जप माँ का नाम,
दूर होंगे सारे संताप।
सुबह सुबह जप माँ का नाम,
मिलेगा जीवन को अभिलाषित ताप॥
सुबह सुबह जप माँ का नाम...॥
जय माँ दुर्गे! ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे॥
🙏
Lyrics - Khushi (Original Composition)
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यह एक मौलिक भक्तिपूर्ण रचना है। किसी भी मौजूदा भजन से कोई समानता केवल संयोगवश हो सकती है।
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