भोले का नाम तू जप ले पगले,
सुख ही सुख का होगा मेला।
भोले का नाम तू जप ले पगले,
दुख का ना फिर होगा झमेला॥
भोले का नाम तू जप ले पगले...॥
डमरू वाला, त्रिशूल धारी,
सब पर करता है उपकार।
राख लगाए, बाघम्बर ओढ़े,
सच्चा है वो संसार का तार॥
भोले का नाम तू जप ले पगले...॥
भस्म लगाए तन पे शंकर,
चंद्र भाल में शोभा पाये।
नाग गले में झूम रहे हैं,
शिव को देख खुद त्रैलोक हर्षाये॥
भोले का नाम तू जप ले पगले...॥
कैलाशपति, करुणा के सागर,
सबकी सुनते, सबके हैं प्यारे।
जो भी सच्चे दिल से पुकारे,
शिव दौड़े आते पल भर में न्यारे॥
भोले का नाम तू जप ले पगले...॥
कभी वो रुद्र, कभी भोला भंडारी,
शिव ही तो हैं महाकाल हमारे।
हर हर महादेव गूंजे जब,
कटते संकट सारे तुम्हारे॥
भोले का नाम तू जप ले पगले...॥
भोले का नाम तू जप ले पगले,
सुख ही सुख का होगा मेला।
भोले का नाम तू जप ले पगले,
दुख का ना फिर होगा झमेला॥
भोले का नाम तू जप ले पगले...॥
🙏
Lyrics - Khushi (Original Composition)
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यह एक मौलिक भक्तिपूर्ण रचना है। किसी भी मौजूदा भजन से कोई समानता केवल संयोगवश हो सकती है।

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