Search Any Story

Showing posts with label GaneshaBrokenTooth. Show all posts
Showing posts with label GaneshaBrokenTooth. Show all posts

गणेश जी के टूटे दांत की कथा | Mythological Story

प्राचीन समय की बात है, जब देवताओं के लोक में भगवान गणेश रहते थे। गणेश जी को बुद्धि, ज्ञान और समृद्धि का देवता माना जाता है। उनके हाथी जैसे मुख और मोदकों के प्रति उनके प्रेम के कारण, वे सभी के प्रिय थे। एक देर शाम, गणेश जी अपने प्रिय वाहन, मूषक, पर सवार होकर घर लौट रहे थे। उस दिन उन्होंने बहुत सारे मोदक खाए थे और वे उन्हें अपने साथ ले जा रहे थे।

रास्ते में, मूषक गणेश जी और मोदकों के भार को संभाल नहीं सका और थक गया। अचानक, मूषक संतुलन खो बैठा और गिर गया। गणेश जी भी गिर पड़े और मोदक सड़कों पर बिखर गए। गणेश जी ने बिना किसी चिंता के मोदकों को एक-एक कर उठाना शुरू किया, ताकि उनके प्रिय मोदक बर्बाद न हों।

गणेश जी के टूटे दांत की कथा | Mythological Story

गणेश जी के टूटे दांत की कहानी | Mythological Story

जब महर्षि वेदव्यास महाभारत लिखने के लिए बैठे, तो उन्हें एक ऐसे व्यक्ति की जरूरत थी, जो उनके मुख से निकले हुए महाभारत की कहानी को लिखे। इस कार्य के लिए उन्होंने श्री गणेश जी को चुना।

गणेश जी भी इस बात के लिए मान गए पर उनकी एक शर्त थी कि पूरा महाभारत लेखन को एक पल ले लिए भी बिना रुके पूरा करना होगा। गणेश जी बोले – "अगर आप एक बार भी रुकेंगे तो मैं लिखना बंद कर दूंगा।"

KWStoryTime_HowGaneshaBrokeTooth