उन तीनों को कैसे नदी पार करवाएं उसे समझ नहीं आ रहा था। इसके ऊपर उसकी नाव भी छोटी सी थी, जिसके कारण वह एक बार में किसी एक चीज को ही अपने साथ ले जा सकता है। या तो घास, या बकरी और या भेड़िया।
अब अगर वह अपने साथ भेड़िया को ले जाता, तो बकरी घास खा जाती।
अगर वह घास को ले जाता, तो भेड़िया बकरी खा जाता।
किसान काफी समय तक यही सोच-सोच कर परेशान होता रहा कि आखिर करे तो क्या करें। उसने कुछ देर सोचा और फिर उसके दिमाग में एक योजना आई।
सबसे पहले वह बकरी को ले कर उस पार गया। और दूसरी तरफ बकरी को छोड़ कर, वापस इस पार अकेला लौट आया। उसके बाद वह दूसरे सफर में भेड़िया को उस पार ले गया। और वहाँ खड़ी बकरी को अपने साथ वापस इस पार ले आया।
तीसरी बार उसने बकरी को वही बाँध दिया और घास का ढेर लेकर उस पार चला गया, और भेड़िया के पास उस ढेर को छोड़ कर अकेला इस पार लौट आया।
फिर अंतिम सफर में बकरी को अपने साथ ले कर उस पार चला गया।
उसे पता था कि भेड़िया घास नहीं खाता, और बकरी दूसरी तरफ रहेगी तो भेड़िया बकरी को भी नहीं खा पाएगा और ना ही बकरी घास को खा पाएगी। इस तरह उसकी तीनों चीजें सही सलामत रहेगी। अपने दिमाग की सूझबूझ से उसने अपने तीनों चीज में बचा ली और खुशी-खुशी घर चला गया।
शिक्षा -
प्यारे दोस्तों! "चुनौती चाहे कितनी भी बड़ी हो, ध्यान से सोचने पर कोई ना कोई समाधान मिल ही जाता है।"
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Inspired By - Old Tales
Post By - Khushi
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