आज मैं आप लोगों के साथ स्वामी विवेकानंद जी की कहानी शेयर कर रही हूं। यह कहानी उनके जीवन की घटना पर आधारित है और मुझे बेहद पसंद है।
एक बार स्वामी विवेकानंद अमेरिका में भ्रमण कर रहे थे। अचानक! एक जगह से गुजरते हुए, उन्होंने पुल पर खड़े कुछ लड़कों को, नदी में तैर रहे अंडे के छिलकों पर बन्दूक से निशाना लगाते देखा। किसी भी लड़के का एक भी निशाना सही नहीं लग रहा था। तब उन्होंने ने एक लड़के से बन्दूक ली और खुद निशाना लगाने लगे। उन्होंने पहला निशाना लगाया और वो बिलकुल सही लगा, फिर एक के बाद एक उन्होंने कुल 12 निशाने लगाए। सभी बिलकुल सटीक लगे।
एक बार स्वामी विवेकानंद अमेरिका में भ्रमण कर रहे थे। अचानक! एक जगह से गुजरते हुए, उन्होंने पुल पर खड़े कुछ लड़कों को, नदी में तैर रहे अंडे के छिलकों पर बन्दूक से निशाना लगाते देखा। किसी भी लड़के का एक भी निशाना सही नहीं लग रहा था। तब उन्होंने ने एक लड़के से बन्दूक ली और खुद निशाना लगाने लगे। उन्होंने पहला निशाना लगाया और वो बिलकुल सही लगा, फिर एक के बाद एक उन्होंने कुल 12 निशाने लगाए। सभी बिलकुल सटीक लगे।