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कैसे बचाई मुकेश ने अपनी जान जादुई जिन से | Kids Story

एक समय की बात है एक गांव में मुकेश नाम का मछुआरा रहता था। वह हर दिन मछलियां पकड़ने के लिए समुद्र में जाता। आज भी मुकेश मछलियां पकड़ने के लिए समुद्र में अपनी नाव लेकर पहुंच गया था, लेकिन गलती से वह दूर निकल गया। वहां पर उसे बहुत सारी बड़ी-बड़ी मछलियां तो मिली, साथ ही एक बोतल भी मिली।

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वह बोतल देखने में बेहद खूबसूरत थी, उसमें खूबसूरत नक्काशी थी और वह नीली रंग की थी। मुकेश उस बोतल को देखकर बहुत उत्साहित हो गया। उस बोतल के अंदर क्या है यह देखने के चक्कर में मुकेश ने गलती से बोतल का ढक्कन खोल दिया। ढक्कन खोलते ही बोतल के अंदर से बहुत विशाल जिन निकला। वह जिन नीले रंग का था।

जिन बाहर निकलते से ही जोर-जोर से हंसने लगा। उसने मुकेश को देखते हुए कहा, "आज बड़े समय बाद में बोतल से आजाद हुआ हूं। आज से तुम ही मेरे मालिक हो और मैं तुम्हारे साथ रहूंगा। बस एक बात का ध्यान रखना, मुझे काम देते रहना नहीं तो मैं तुम्हें मार डालूंगा।"

यह सब सुनकर बहुत परेशान हो गया। उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह जिन को हर वक्त काम कैसे देगा, और यदि नहीं देगा तो जिन उसे मार डालेगा।

जिन ने जोर जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया कि मुझे काम दो नहीं तो मैं तुम्हें मार डालूंगा।
यह सब सुनकर मुकेश ने कहा कि जाओ मेरे लिए खूब सारी मछलियां ले आओ।
जिन ने समुद्र में डुबकी लगाई और ढेर सारी मछलियां पकड़ कर ले आया।

उसने फिर से चिल्लाना शुरू करो कि मुझे काम दो नहीं तो मैं तुम्हें मार डालूंगा।
मुकेश ने उससे कहा कि वह उसे और उसकी मछलियों को मुकेश के घर पहुंचा दे।
जिन ने तुरंत चुटकी बजाई। मुकेश, उसके नाव और उसकी मछलियां समेत खुद भी मुकेश के घर पहुंच गया।

जिन ने फिर से चिल्लाना शुरु कर दिया कि मुझे काम दो नहीं तो मैं तुम्हें मार डालूंगा।
मुकेश ने जिन से अपने लिए एक बहुत बड़ा आलीशान बंगला मांगा जिसमें वह आराम से रह सके।
जिन ने चुटकी बजाई और उसके लिए एक खूबसूरत बड़ा सा आलीशान बंगला ला दिया, जिसमें मुकेश आराम से रहने लगा।

परंतु जिन ने एक बार फिर चिल्लाना शुरु कर दिया कि मुझे काम दो नहीं तो मैं तुम्हें मार डालूंगा।
मुकेश ने अपने लिए खूब सारा धन और खजाना मांगा ताकि वह अपना पूरा जीवन आराम से व्यतीत कर पाए।
जिन ने चुटकी बजाई और मुकेश के लिए खूब सारे गहने, धन और बड़ा सा खजाना ला दिया।

जिन ने एक बार फिर चिल्लाना शुरु कर दिया कि मुझे काम दो नहीं तो मैं तुम्हें मार डालूंगा।
मुकेश ने अपने लिए खूब सारे पकवान, खाने पीने का सामान और नौकर चाकर मांगे।
जिन ने चुटकी बजाई और मुकेश के लिए स्वादिष्ट पकवान, खाने का सामान और नौकर चाकर ला दिए।

जिन ने एक बार फिर चिल्लाना शुरु कर दिया कि मुझे काम दो नहीं तो मैं तुम्हें मार डालूंगा।
अब मुकेश के पास बस एक ही चीज बज गई थी, एक खूबसूरत पत्नी। उसने जिन से अपने लिए खूबसूरत और निपुण पत्नी मांगी जिसके साथ वह हमेशा खुशी से रह सके।
जिन ने चुटकी बजाई और मुकेश के लिए एक सुशील, योग्य और खूबसूरत पत्नी ला दी।

परंतु जिन ने एक बार फिर चिल्लाना शुरु कर दिया कि मुझे काम दो नहीं तो मैं तुम्हें मार डालूंगा।
वह जोर-जोर से चिल्ला रहा था, मुझे काम दो मुझे काम दो।

मुकेश के पास मांगने के लिए कुछ भी नहीं बचा था, जीवन में से जो कुछ भी चाहिए था वह सब मिल गया था। मुकेश को समझ नहीं आ रहा था कि वह उसे अब कौन सा काम दे। तभी मुकेश को एक तरकीब सूझी।

मुकेश ने जिन से कहा- "मैं तुमसे बहुत ही नाराज हूं तुमने मुझसे झूठ कहा है।"
जिन ने कहा- " कौन सा झूठ? मैं कभी झूठ नहीं बोलता।"

मुकेश ने कहा- "तुमने मुझसे झूठ बोला है कि तुम इस बोतल में रहते थे। तुम जैसा इतना विशाल जिन कैसे इस छोटी सी बोतल में रह सकता है। यह तो संभव ही नहीं है" 
जिन को यह सब सुनकर गुस्सा आ गया। उसने कहा- "इंसान मूर्ख होते हैं जब तक उन लोगों को साबित कर करना दिखाओ वहां किसी भी बात पर विश्वास नहीं करते हैं।"
"रुको मैं अभी तुम्हें इस बोतल में जाकर दिखाता हूं, तभी तुम्हें विश्वास होगा कि मैं सच बोल रहा था।"

इतना बोलते ही जिन बोतल के अंदर चला गया। जिन के बोतल में जाते ही मुकेश ने फटाक से बोतल का ढक्कन बंद कर दिया। अब जिन बोतल के अंदर फिर से कैद हो गया था। मुकेश ने तुरंत समुद्र में जाकर बोतल फेंक दी ताकि वह जिन उसे फिर से दोबारा कभी भी परेशान ना कर पाए और मुकेश की जान भी बच जाए।

अब मुकेश के पास एक आलीशान घर था, स्वादिष्ट पकवान थे, नौकर चाकर थे, खूब सारा धन था और एक प्यारी सी पत्नी थी। इस तरह मुकेश ने अपना पूरा जीवन खुशहाली से व्यतीत किया और अपनी बुद्धि से जिन से छुटकारा भी पाया।

शिक्षा - 


प्यारे दोस्तों! "इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि अगर गलती से हम किसी चीज में फस जाए तो अपनी बुद्धि का इस्तेमाल करना चाहिए। दिमाग से काम लेने पर कोई ना कोई हल जरूर मिल ही जाता है।"

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"धन्यवाद।"

Story By - Khushi
Inspired By - Old Tales
Post By - Khushi

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