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गोलू मोलू की समझदारी | Kids Story

गोलू मोलू जुड़वा भाई बहन थे, वह दोनों एक साथ खेलते, स्कूल जाते, पढ़ाई करते, मस्ती करते, और कभी-कभी लड़ाई भी। एक बार गर्मियों की छुट्टी में वह दोनों अपने नानी के घर गए हुए थे।

नानी के घर वह दिन भर खाते, मस्ती करते और खेलते-कूदते। हर रात नानी गोलू मोलू को कहानी सुनाती, हर कहानी के अंत में वह उन्हें शिक्षा भी देती और आखरी में हमेशा उन्हें बताती कि हमें एक दूसरे की मदद करनी चाहिए, कभी अगर तुम दोनों को मुसीबत का सामना करना पड़े तो उसका मुकाबला साथ मिलकर करना, इससे तुम्हारी ताकत दुगनी हो जाएगी।


एक दिन गोलू मोलू नानी के घर के पास के बगीचे में खेल रहे थे, बगीचे के अंदर ही एक कुआं था। गोलू मोलू को खेलते-खेलते अचानक से हलचल सुनाई दी। बगीचे में ही खरगोश का घर था, वहां पर 3 छोटे-छोटे खरगोश के बच्चे थे। उन छोटे खरगोशों में से एक खरगोश कुए की बाल्टी में जाकर फस गया था, और कुए के अंदर गिरने वाला था।

गोलू मोलू ने जब खरगोश को देखा तो उन्हें अपनी नानी मां की बात याद आ गई जो कहती थी कि 'हमें दूसरों की मदद करनी चाहिए और अगर गलती से हम किसी मुसीबत में फंस जाए तो हमें मिलकर काम करना चाहिए ताकि हमारी ताकत दुगुनी हो जाए।' उन दोनों ने सोचा कि क्यों ना हम इस खरगोश को बचाएं।

गोलू ने अपना एक हाथ मोलू के एक हाथ से कस कर पकड़ा, मोलू ने अपने दूसरे हाथ से कुए के पास लगे पाइप को पकड़ा, ताकि वह दोनों कुएं में गलती से गिर ना जाए। अब गोलू ने अपने दूसरे हाथ से खरगोश के बच्चे को उठाने की कोशिश की। काफी देर तक कोशिश करने के बाद उन दोनों ने खरगोश के बच्चे को बचा लिया।

गोलू तुरंत दौड़कर अपनी नानी मां को बुलाने गया, तब तक मोलू खरगोश के बच्चों की देखभाल कर रही थी। गोलू के साथ नानी मां भी बगीचे में पहुंची, वहां जाकर नानी ने गोलू मोलू के साथ तीनों खरगोश के बच्चों को खाना खिलाया और जब तक उनके मम्मी पापा नहीं आ गए उनकी देखभाल की। जैसे ही खरगोश के बच्चों के मम्मी पापा आ गए, गोलू मोलू और नानी घर लौट आए।

नानी मां ने गोलू और मोलू को गले लगाते हुए कहां, "बच्चों मुझे आज तुम पर गर्व है, तुमने मेरी बताई हुई शिक्षा पर अमल किया और एक दूसरे की मदद से खरगोश के बच्चे को बचा लिया।" नानी ने गोलू और मोलू को खाने के लिए ढेर सारी आइसक्रीम दी। उन तीनों ने आइसक्रीम खाई, नानी ने उन्हें एक नई कहानी सुनाई और वह सोने चले गए। गोलू और मोनू दोनों बेहद खुश थे कि उन दोनों ने आज अपनी समझदारी से एक खरगोश की जान बच गई।

शिक्षा - 
प्यारे दोस्तों! "जिस तरह गोलू-मोलू एक साथ काम कर के खरगोश को बचा लेते हैं, ठीक उसी तरह अगर मिलकर काम किया जाए तो हमारी ताकत दुगनी हो जाती है और साथ में दूसरों की भलाई करने में हमें खुशी भी मिलती है।" 

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Story By - Khushi
Post By - Khushi

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