बादशाह अकबर ने दरबारियों से पूछा, "मैंने हमेशा देखा है कि जब भी हम किसी को कुछ देते हैं तो, देने वाले का हाथ, हमेशा लेने वाले हाथ के ऊपर होता है।"
सभी दरबारियों ने हां में जवाब दिया। फिर अकबर ने बोला, "क्या कभी ऐसा होता है जिसमें यह प्रक्रिया उल्टी हो?"
सभी दरबारियों ने एक साथ कहा, "नहीं! ऐसा कोई तरीका नहीं है।"
वहीं बैठे बीरबल सब कुछ सुन रहे थे, उन्होंने बादशाह अकबर से कहां कि "मैं आपकी बात से असहमत हूं।"
बादशाह ने कहा तो बताइए बीरबल, क्या कभी ऐसा होता है, जब देने वाले का हाथ नीचे हो और लेने वाले का ऊपर।
इस पर बीरबल बोले, "जब हम किसी को सौंफ देते हैं, तो लेने वाला देने वाले की खुली हथेली के ऊपर से सौंफ उठाता है।"
इतना सुनते ही बादशाह अकबर ने जोर-जोर से बीरबल के लिए ताली बजाना शुरू कर दी, एक बार फिर उनकी प्रशंसा, सभा के बाकी लोगों को जलाने लगी।
शिक्षा -
प्यारे दोस्तों! "कभी-कभी कुछ चीजें उल्टी भी होती है, इसलिए हमेशा दोनों तरफ से दिमाग लगाएं।"
यदि आपको यह कहानी पसंद आई हो तो हमें कमेंट बॉक्स में लिख कर जरूर बताएं और अगर आप लोगों के पास भी अकबर-बीरबल की मजेदार कहानियां हो तो हमें लिखकर भेजना ना भूले। दोस्तों! हमारी वेबसाइट को आपके सहयोग और प्यार की जरूरत है, इसलिए हमारी पोस्ट को शेयर करना ना भूले। आप सभी के सहयोग का बहुत-बहुत धन्यवाद।
हम जल्द ही आपसे अगली कहानी के साथ मिलेंगे। तब तक अपना ध्यान रखिए और खुश रहें।
Story By - Akbar Birbal Stories
Post By - Khushi
No comments:
Post a Comment
Note: Only a member of this blog may post a comment.