एक खूबसूरत से जंगल में जानवरों का स्कूल था। उस स्कूल में जंगल के सभी जानवरों के बच्चे पढ़ते थे, शेर के बच्चे, हाथी के बच्चे, हिरण के बच्चे, खरगोश के बच्चे, बिल्ली के बच्चे, आदि। सभी बच्चे एक साथ मिलकर रहते, साथ खाना खाते, साथ पढ़ाई करते। सब कुछ मजे से चल रहा था।
उन सभी जानवरों मे से एक बिल्ली की बच्ची थी, जिसका नाम था पिंकी। पिंकी छोटी सी खूबसूरत गोल्डन कलर की थी। उसके मम्मी-पापा और दोस्त भी उससे प्यार करते थे। बस एक ही परेशानी थी कि पिंकी बहुत ही आलसी थी।
उसे दिन भर आराम करना अच्छा लगता। जब पढ़ाई करने की बात होती तो वह बोलती कि मैं कल करूंगी। जब उसके मम्मी-पापा उसे बाहर खेलने को बोलते तो वह बोलती की वह घर पर ही बैठकर आराम करेंगी। कोई भी उसे कुछ काम देता तो वह उसे टाल देती। उसका आलस दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा था। इस कारण से उसके माता-पिता और टीचर्स बहुत परेशान थे। किसी को समझ नहीं आ रहा था कि पिंकी को वह समय की कीमत कैसे समझाएं!
काफी सोचने के बाद उसकी मम्मी को एक उपाय सूझा। उन्होंने पिंकी को पास बुलाकर कहा बेटा पिंकी, मैं आज तुम्हें कुछ ऐसी बात बताने जा रही हूं, जिसे मैंने किसी को नहीं बताया। पिंकी ने उत्सुकता से पूछा, "क्या मम्मी"? उसकी मम्मी ने उसे एक पेंसिल देते हुए कहा कि पिंकी यह मैजिक पेंसिल है।
इस पेंसिल को तुम जिस जगह पर भी जाकर बैठ कर लिखोगे, वह सारा काम झटपट हो जाएगा। जैसे - अगर तुमने इस पेंसिल से स्कूल में जाकर लिखा कि होमवर्क हो जाए, तो सारा होमवर्क फटाफट अपने आप हो जाएगा। अगर इस पेंसिल से तुमने घर पर बैठकर लिखा कि तुम्हारा रूम साफ हो जाए, तो झटपट तुम्हारा रूम साफ हो जाएगा। जो भी काम करना है बस उस जगह पर जाकर वहां बैठकर उस काम के बारे में लिखो और वह काम तुरंत हो जाएगा।
बस एक बात का ध्यान रखना कि यह पेंसिल सिर्फ 24 घंटे के लिए है, उसके बाद यह अपने आप गायब हो जाएगी। तो तुम्हें जो भी काम करना है वह आज शाम से कल शाम तक करना है। कल शाम 6 बजे यह पेंसिल गायब हो जाएगी।
पिंकी उस पेंसिल को लेने के बाद बहुत खुश हो गई। उसे लगा कि अब उसे कोई भी काम करने की जरूरत ही नहीं है सारा काम तो यह जादुई पेंसिल कर देगी। वह पेंसिल लेकर अपने रूम में चली गई। उसने सोचा वह फटाफट अपना हर काम इस पेंसिल से करवा लेगी।
पर फिर उसने सोचा कि अभी तो शाम हो गई हैं, क्यों ना वह थोड़ी देर आराम कर ले और रात में खाना खाने के बाद पेंसिल का इस्तेमाल करें। ऐसा सोचकर वह आराम करने लगी।
रात में खाना खाने के बाद उसने सोचा कि इतनी रात में कहां वह मेहनत करे, क्यों ना कल सुबह आराम से वह स्कूल जाकर इस पेंसिल का उपयोग करें, आखिर-कार कल का पूरा दिन है उसके पास इस पेंसिल का इस्तेमाल करने के लिए। ऐसा सोचकर वह सोने चली गई।
अगले दिन वह आराम से उठी और धीरे-धीरे नाश्ता किया, यह सब करने में 12 बज गए। फिर उसने सोचा की अभी तो शाम होने में काफी समय है, क्यों ना वह थोड़ी देर टीवी देख ले, उसके बाद पेंसिल का इस्तेमाल करेगी। ऐसा करते-करते 3 बज गए। फिर उसने वापस से खाना खाया और आराम करने लगे। यह सब करते-करते 5:30 बज गए।
अब उसे याद आया कि उसके पास तो सिर्फ आधा घंटा बचा है, पेंसिल का इस्तेमाल करने के लिए, उसके बाद पेंसिल गायब हो जाएगी। उसने हाथ-मुंह धोए, तैयार होने गई, इतनी देर में 6 बज गई और पेंसिल गायब हो गए।
उसे अब पछतावा हो रहा था कि काश उसने आलस नहीं किया होता और पेंसिल का इस्तेमाल पहले ही कर लिया होता तो आज उसका सारा काम अपने आप हो जाता। उसके आलस करने के कारण और हर काम कल पर छोड़ने के कारण वह अपनी जादुई पेंसिल का इस्तेमाल नहीं कर पाए।
उसे बहुत दुख हो रहा था, तब उसकी मम्मी ने उसे समझाया कि हमें हर काम वक्त पर करना चाहिए। अगर हम जीवन में आलस करते रहेंगे और हर काम को कल के लिए टाल देंगे, तो हम कभी भी अपने कामों में सफलता हासिल नहीं कर पाएंगे।
पिंकी ने अपने मम्मी से प्रॉमिस किया कि वह अब से हर काम समय पर करेगी और आलस नहीं करेगी। उस दिन के बाद से पिंकी समय पर स्कूल जाती, समय पर होमवर्क करती, अपना रूम साफ रखती और कभी आलस नहीं करती। पिंकी की टीचर और मम्मी पापा बेहद खुश थे कि पिंकी को समय की कीमत समझ आ गई है।
दरअसल पिंकी की मम्मी ने जो जादुई पेंसिल दी थी, वह कोई जादुई पेंसिल नहीं थी बल्कि आम पेंसिल थी। और उसकी मम्मी ने ही 6 बजे के बाद उस पेंसिल को गायब कर दिया था, मतलब छुपा दिया था। उसके मम्मी जानती थी कि पिंकी आलसी है और पेंसिल का इस्तेमाल नहीं कर पाएगी, और इसी से उसे शिक्षा मिलेगी कि हर वक्त आलस नहीं करना चाहिए। पिंकी की मम्मी की तरकीब काम कर गई थी और पिंकी अब महंती बिल्ली बन गई थी।
आशा करती हूं आपको यह कहानी पसंद आई होगी। यदि हां, तो हमें कमेंट बॉक्स में लिख कर जरूर बताएं और अगर आप लोगों के पास भी मजेदार कहानियां हो तो हमें लिखकर भेजना ना भूले। दोस्तों! हमारी वेबसाइट को आपके सहयोग और प्यार की जरूरत है, इसलिए हमारी पोस्ट को शेयर करना ना भूले। आप सभी के सहयोग का बहुत-बहुत धन्यवाद। हम जल्द ही आपसे अगली कहानी के साथ मिलेंगे। तब तक अपना ध्यान रखिए और खुश रहें।
Story By - Khushi
Post By - Khushi
उन सभी जानवरों मे से एक बिल्ली की बच्ची थी, जिसका नाम था पिंकी। पिंकी छोटी सी खूबसूरत गोल्डन कलर की थी। उसके मम्मी-पापा और दोस्त भी उससे प्यार करते थे। बस एक ही परेशानी थी कि पिंकी बहुत ही आलसी थी।
उसे दिन भर आराम करना अच्छा लगता। जब पढ़ाई करने की बात होती तो वह बोलती कि मैं कल करूंगी। जब उसके मम्मी-पापा उसे बाहर खेलने को बोलते तो वह बोलती की वह घर पर ही बैठकर आराम करेंगी। कोई भी उसे कुछ काम देता तो वह उसे टाल देती। उसका आलस दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा था। इस कारण से उसके माता-पिता और टीचर्स बहुत परेशान थे। किसी को समझ नहीं आ रहा था कि पिंकी को वह समय की कीमत कैसे समझाएं!
काफी सोचने के बाद उसकी मम्मी को एक उपाय सूझा। उन्होंने पिंकी को पास बुलाकर कहा बेटा पिंकी, मैं आज तुम्हें कुछ ऐसी बात बताने जा रही हूं, जिसे मैंने किसी को नहीं बताया। पिंकी ने उत्सुकता से पूछा, "क्या मम्मी"? उसकी मम्मी ने उसे एक पेंसिल देते हुए कहा कि पिंकी यह मैजिक पेंसिल है।
इस पेंसिल को तुम जिस जगह पर भी जाकर बैठ कर लिखोगे, वह सारा काम झटपट हो जाएगा। जैसे - अगर तुमने इस पेंसिल से स्कूल में जाकर लिखा कि होमवर्क हो जाए, तो सारा होमवर्क फटाफट अपने आप हो जाएगा। अगर इस पेंसिल से तुमने घर पर बैठकर लिखा कि तुम्हारा रूम साफ हो जाए, तो झटपट तुम्हारा रूम साफ हो जाएगा। जो भी काम करना है बस उस जगह पर जाकर वहां बैठकर उस काम के बारे में लिखो और वह काम तुरंत हो जाएगा।
बस एक बात का ध्यान रखना कि यह पेंसिल सिर्फ 24 घंटे के लिए है, उसके बाद यह अपने आप गायब हो जाएगी। तो तुम्हें जो भी काम करना है वह आज शाम से कल शाम तक करना है। कल शाम 6 बजे यह पेंसिल गायब हो जाएगी।
पिंकी उस पेंसिल को लेने के बाद बहुत खुश हो गई। उसे लगा कि अब उसे कोई भी काम करने की जरूरत ही नहीं है सारा काम तो यह जादुई पेंसिल कर देगी। वह पेंसिल लेकर अपने रूम में चली गई। उसने सोचा वह फटाफट अपना हर काम इस पेंसिल से करवा लेगी।
पर फिर उसने सोचा कि अभी तो शाम हो गई हैं, क्यों ना वह थोड़ी देर आराम कर ले और रात में खाना खाने के बाद पेंसिल का इस्तेमाल करें। ऐसा सोचकर वह आराम करने लगी।
रात में खाना खाने के बाद उसने सोचा कि इतनी रात में कहां वह मेहनत करे, क्यों ना कल सुबह आराम से वह स्कूल जाकर इस पेंसिल का उपयोग करें, आखिर-कार कल का पूरा दिन है उसके पास इस पेंसिल का इस्तेमाल करने के लिए। ऐसा सोचकर वह सोने चली गई।
अगले दिन वह आराम से उठी और धीरे-धीरे नाश्ता किया, यह सब करने में 12 बज गए। फिर उसने सोचा की अभी तो शाम होने में काफी समय है, क्यों ना वह थोड़ी देर टीवी देख ले, उसके बाद पेंसिल का इस्तेमाल करेगी। ऐसा करते-करते 3 बज गए। फिर उसने वापस से खाना खाया और आराम करने लगे। यह सब करते-करते 5:30 बज गए।
अब उसे याद आया कि उसके पास तो सिर्फ आधा घंटा बचा है, पेंसिल का इस्तेमाल करने के लिए, उसके बाद पेंसिल गायब हो जाएगी। उसने हाथ-मुंह धोए, तैयार होने गई, इतनी देर में 6 बज गई और पेंसिल गायब हो गए।
उसे अब पछतावा हो रहा था कि काश उसने आलस नहीं किया होता और पेंसिल का इस्तेमाल पहले ही कर लिया होता तो आज उसका सारा काम अपने आप हो जाता। उसके आलस करने के कारण और हर काम कल पर छोड़ने के कारण वह अपनी जादुई पेंसिल का इस्तेमाल नहीं कर पाए।
उसे बहुत दुख हो रहा था, तब उसकी मम्मी ने उसे समझाया कि हमें हर काम वक्त पर करना चाहिए। अगर हम जीवन में आलस करते रहेंगे और हर काम को कल के लिए टाल देंगे, तो हम कभी भी अपने कामों में सफलता हासिल नहीं कर पाएंगे।
पिंकी ने अपने मम्मी से प्रॉमिस किया कि वह अब से हर काम समय पर करेगी और आलस नहीं करेगी। उस दिन के बाद से पिंकी समय पर स्कूल जाती, समय पर होमवर्क करती, अपना रूम साफ रखती और कभी आलस नहीं करती। पिंकी की टीचर और मम्मी पापा बेहद खुश थे कि पिंकी को समय की कीमत समझ आ गई है।
दरअसल पिंकी की मम्मी ने जो जादुई पेंसिल दी थी, वह कोई जादुई पेंसिल नहीं थी बल्कि आम पेंसिल थी। और उसकी मम्मी ने ही 6 बजे के बाद उस पेंसिल को गायब कर दिया था, मतलब छुपा दिया था। उसके मम्मी जानती थी कि पिंकी आलसी है और पेंसिल का इस्तेमाल नहीं कर पाएगी, और इसी से उसे शिक्षा मिलेगी कि हर वक्त आलस नहीं करना चाहिए। पिंकी की मम्मी की तरकीब काम कर गई थी और पिंकी अब महंती बिल्ली बन गई थी।
शिक्षा -
प्यारे दोस्तों! "जिस तरह पिंकी को समझ आ जाता है कि आज का काम आज ही करना चाहिए, ठीक उसी तरह हमें भी हर काम समय पर करना चाहिए। अगर हम हर काम कल के लिए टालेंगे तो कभी भी कोई भी काम समय पर नहीं कर पाएंगे। जीवन में सफलता हासिल करनी है तो आलस का त्याग कीजिए और आज का काम आज ही कीजिए।"आशा करती हूं आपको यह कहानी पसंद आई होगी। यदि हां, तो हमें कमेंट बॉक्स में लिख कर जरूर बताएं और अगर आप लोगों के पास भी मजेदार कहानियां हो तो हमें लिखकर भेजना ना भूले। दोस्तों! हमारी वेबसाइट को आपके सहयोग और प्यार की जरूरत है, इसलिए हमारी पोस्ट को शेयर करना ना भूले। आप सभी के सहयोग का बहुत-बहुत धन्यवाद। हम जल्द ही आपसे अगली कहानी के साथ मिलेंगे। तब तक अपना ध्यान रखिए और खुश रहें।
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