एक समय की बात है। एक गांव में एक किसान रहता था। उसका एक बहुत बड़ा खेत था। उस खेत की रखवाली के लिए उसने एक गधा रखा हुआ था। उस गधे का नाम था गिल्लू।
किसान और गिल्लू उस खेत के अंदर एक छोटे से घर में रहते थे। किसान की आदत थी कि वह रोज रात में घर के बाहर ही सोता था, ताकि वह भी गिल्लू के साथ खेत की रखवाली कर सके। इसी तरह हर रात दोनों खेत की रखवाली करते थे।
गिल्लू को गाने का बहुत शौक था। जब भी उससे मौका मिलता वह गाने गाने लगता। हालांकि उसके गाने से सभी परेशान हो जाते और जो भी गाना सुनता, वह गिल्लू को भगा देता। इसलिए गिल्लू ने तय कर लिया कि वह आपसे सिर्फ रात में गाना गाया करेगा जब सब लोग सो जाएंगे।
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प्यासे कीकू कौवे की कहानी | Kids Story
एक समय की बात है एक कीकू नामक कौवा था, जो दूर देश उड़ रहा था। कई वक्त तक उड़ते-उड़ते वह बहुत थक गया था और बहुत ज्यादा प्यासा भी हो गया था। उसने कई जगह पानी की तलाश की, पर आस-पास कोई भी नदी या तालाब नहीं दिखा। प्यास के कारण वह पूरी तरह बेहाल हो गया।
थक हार-कर वो एक जंगल में विश्राम करने के लिए चला गया। तभी उसकी नजर वहां पर रखे हुए एक घड़े पर गई। कीकू कौवा जब घड़े के पास गया, तो उसने देखा कि घड़े में जरा सा पानी बचा हुआ था। पानी देखकर वह बहुत प्रसन्न हुआ।
जब उसने पानी पीने के लिए अपनी चोंच घड़े में डाली, तब उसे एहसास हुआ की घड़े में पानी बहुत ही कम है और उसकी चोंच पानी तक नहीं पहुंच पाएगी। उसने बार-बार पीने की कोशिश की परंतु हर बार उसकी चोंच पानी तक नहीं पहुंच पायी । कीकू कौवे की प्यास बढ़ती गयी और वह प्यास से बेहाल हो गया।
थक हार-कर वो एक जंगल में विश्राम करने के लिए चला गया। तभी उसकी नजर वहां पर रखे हुए एक घड़े पर गई। कीकू कौवा जब घड़े के पास गया, तो उसने देखा कि घड़े में जरा सा पानी बचा हुआ था। पानी देखकर वह बहुत प्रसन्न हुआ।
जब उसने पानी पीने के लिए अपनी चोंच घड़े में डाली, तब उसे एहसास हुआ की घड़े में पानी बहुत ही कम है और उसकी चोंच पानी तक नहीं पहुंच पाएगी। उसने बार-बार पीने की कोशिश की परंतु हर बार उसकी चोंच पानी तक नहीं पहुंच पायी । कीकू कौवे की प्यास बढ़ती गयी और वह प्यास से बेहाल हो गया।
मोंटी बंदर की चतुराई | Kids Story
एक समय की बात है, एक तालाब के किनारे बहुत ही बड़ा सेब का पेड़ था। उस पेड़ पर मोंटी नामक बंदर रहता था। वह रोज मजे से खूब सारे सेब खाया करता था और उसी पेड़ पर आराम भी करता था। उसकी जिंदगी इसी तरह खुशी-खुशी चल रही थी।
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