एक बार एक शेर को शिकार की तलाश मे घूमते हुए आधा दिन बीत गया, लेकिन उसे कोई जानवर नहीं मिला। उसे प्यास भी लग रही थी। वह नदी के किनारे पहुँचा।
वहाँ उसने एक हिरण को मारा हुआ पड़ा देखा।उसने सोचा कि मैं काम करता हूं अभी के लिए मरा हुआ ही हिरण खा लेता हूं। भूख के मारे शेर के प्राण निकाल रहे थे। इसलिए वह जल्दी-जल्दी हिरण को खाने लगा। इसी जल्दबाज़ी के कारण उसके गले मे एक हड्डी फँस गई।
वहाँ उसने एक हिरण को मारा हुआ पड़ा देखा।उसने सोचा कि मैं काम करता हूं अभी के लिए मरा हुआ ही हिरण खा लेता हूं। भूख के मारे शेर के प्राण निकाल रहे थे। इसलिए वह जल्दी-जल्दी हिरण को खाने लगा। इसी जल्दबाज़ी के कारण उसके गले मे एक हड्डी फँस गई।